खुद पे विस्वास रखो दुसरो पे नहीं जो आपका मजाक बनाते है
हैलो
दोस्तों कैसे है आप सभी उम्मीद करता हु। की आप सभी अच्छे होंगे। बहुत दिनों से मेने आप सब के लिए कोई अच्छी कहानी नहीं लिखी।
आप सभी को मालूम भी होगा की कुछ दिनों से इंटनेट सुविधा नहीं मिल रही थी।
ये सब किस के कारण हुआ ये भी मालूम होगा दोस्तों आज ये कोई कहानी नहीं ?
आज में आप सब को जो ये अंधविस्वास हमारे लोगो में फैला हुआ है उसी के बारे में बात करना चाहूंगा। अगर आपको अच्छा लगे तो प्लीज़ कमेंट जरूर
करना और फोलोव भी जरूर करना जो भी आप सब की समझ हो इस आर्टिकल के बारे में बताये जरूर।
दोस्तों में आज सब से एक बात जानना चाहत हु की क्या हम इतने कमजोर हो गए की हमे अपने फैसले दुसरो के ऊपर छोड़ देते है आज दुनिया आजकल
के डोंगी बाबा के ऊपर निर्भर हो गई है ऐसा उन लोगो में क्या है जो आप सब के अंदर नहीं है हम सब को मिलकर इस समस्या को ख़त्म करना होगा नहीं
तो एक दिन कैसा आयेगा की हु सब के ऊपर बाबाओ का राज़ होगा और हम होंगे उनके गुलाम।
आज हम सबके सामने अनेक उदाहरण है राम रहीम संत रामपाल आसाराम बहुत है इस सब ने मिलकर देश को नाचा रखा है हम इइतने अहसहाये हो गए.
अच्छे और बुरे की समझ ही नहीं रही।
अगर हमे खुद को साबित करना है तो खुद पे विस्वास करना होगा बाबा के ऊपर नहीं। जो जुमे गुमराह करते है
दोस्तों कैसे है आप सभी उम्मीद करता हु। की आप सभी अच्छे होंगे। बहुत दिनों से मेने आप सब के लिए कोई अच्छी कहानी नहीं लिखी।
आप सभी को मालूम भी होगा की कुछ दिनों से इंटनेट सुविधा नहीं मिल रही थी।
ये सब किस के कारण हुआ ये भी मालूम होगा दोस्तों आज ये कोई कहानी नहीं ?
आज में आप सब को जो ये अंधविस्वास हमारे लोगो में फैला हुआ है उसी के बारे में बात करना चाहूंगा। अगर आपको अच्छा लगे तो प्लीज़ कमेंट जरूर
करना और फोलोव भी जरूर करना जो भी आप सब की समझ हो इस आर्टिकल के बारे में बताये जरूर।
दोस्तों में आज सब से एक बात जानना चाहत हु की क्या हम इतने कमजोर हो गए की हमे अपने फैसले दुसरो के ऊपर छोड़ देते है आज दुनिया आजकल
के डोंगी बाबा के ऊपर निर्भर हो गई है ऐसा उन लोगो में क्या है जो आप सब के अंदर नहीं है हम सब को मिलकर इस समस्या को ख़त्म करना होगा नहीं
तो एक दिन कैसा आयेगा की हु सब के ऊपर बाबाओ का राज़ होगा और हम होंगे उनके गुलाम।
आज हम सबके सामने अनेक उदाहरण है राम रहीम संत रामपाल आसाराम बहुत है इस सब ने मिलकर देश को नाचा रखा है हम इइतने अहसहाये हो गए.
अच्छे और बुरे की समझ ही नहीं रही।
अगर हमे खुद को साबित करना है तो खुद पे विस्वास करना होगा बाबा के ऊपर नहीं। जो जुमे गुमराह करते है
Comments