धन हमेशा ईमानदारी कामना चाइये नहीं तो अपनों से दूर हो जाओगे। धन सबकुछ नहीं होता रिश्ते अनमोल होते है अपनों में रहो धन उतना ही जितना गाड़ी में पेट्रोल इससे जायदा नहीं
हेलो '
दोस्तों कैसे है सभी दोस्तों उम्मीद करता हु आप सभी को मेरे पोस्ट अच्छे लगते होंगे। अगर अच्छे नहीं लगते तो कृपया करके कमेंट और लिखे जरूर करे , दोस्तों आज में आपको एक कहानी सुनना चाहता जो उम्मीद करता हु आपको पसंद आएगी
एक बार एक सेठ होता है उसके पास हिरे का बिसिनेस्स होता है लेकिन एक उसके घर में समस्या होती है की उसके घर में चूहे बहुत होते है एक बार सेठ का एक हिरा चूहा उठा कर ले जाता है सेठ बहुत परेशान हो जाता है उसको समझ नहीं आता की क्या करे सेठ ने चूहे पकड़ने वाले को बुलाया और उसको अपनी सारी बात बताई। चूहे पकड़ने वाले ने पूछा चूहे किस तरफ रहते है सेठ ने बता दिया की सबसे ज्यादा चूहे उस कमरे में रहते है
वो चूहे की तलाश में उस कमरे में चला गया वह पे बहुत चूहे थे उसको समझ नहीं आया की क्या करे। उसने देखा की एक चूहा कोने में अकेला बैठा है और उन सब को देख रहा है चूहे पकड़ने वाला समझ गया की यही वो चूहा है जिसने हिरा लिया कई उसने उसको पकड़ लिया और सेठ को दे दिया सेठ ने उस चूहे पकड़ने वालो से पूछा की आपको कैसे पता की हिरा इसी के पास है उसने बतया की ये अकेला कोने में बैठा था सो में समझ गया की हिरा इसी के पास है भी इसी तरह धन पाने के बाद अकेला हो जाता है अगर उसने धन बेईमानी से कमाया है
नोट - धन हमेशा ईमानदारी कामना चाइये नहीं तो अपनों से दूर हो जाओगे। धन सबकुछ नहीं होता रिश्ते अनमोल होते है अपनों में रहो धन उतना ही जितना गाड़ी में पेट्रोल इससे जायदा नहीं
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